27/11/2022
======एक दोहा - मुक्तक ======
छोटी सी इक हार पर , इतना हुआ उदास |
तू जो मन में ठान ले , छू सकता आकाश ||
नामुमकिन कुछ भी नहीं , इस दुनियाँ में यार |
मन में होना चाहिये , मुट्ठी भर विश्वास ||