27/04/2024
अभिनय के अलावा खेती बाड़ी मे ही आनंद आता है,बचपन मे बुआई से लेकर कटाई तक सब काम किया है,अभी भी कई बार मन ऐसा होता है की अपने खेतों की ओर लौट जाऊं,भारत के किसी भी गावं मे जाता हुं मेरे अंदर का किसान जाग जाता है,पिछले दिनों महाराष्ट्र के एक गावं मे जाना हुआ,ऐसा लग रहा था जैसे मेरे ही गावं की ख़ुशबू आ रही है,वंहा के प्रगतिशील किसानों से हल्दी की खेती के बारे मे काफी जानकारी प्राप्त हुई।यंहा के किसान मुख्य रुप से गन्ने और हल्दी की खेती करते हैं।जय हो अन्नदाता की 🙏🏻