17/05/2023
RSS जल्द ही अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र का शिकार बन सकती है
वास्तव में जब से ये संगठन बना है तब से हर जाति के हिंदू इनसे जुड़े है और इसका हमेशा विस्तार ही हुआ है और अगर इसकी प्रशंसा को कहे तो हिंदुत्व की विचारधारा को जमीन में लाने का अगर किसी को श्रेय है तो वो संघ है
इसकी सबसे बड़ी विशेषता ये है कि जो व्यक्ति संघ में जितनी गहराई में जाता है वो उतना बड़ा राजनीतिक नेता बन जाता है जिसने हिंदुओ को तमाम बंदिशों के बाद भी राजनीति में समान अवसर प्रदान किए
अनेक कांग्रेसी दौर से गुजर चुके संघ ने कभी दोबारा पीछे मुड़कर नही देखा है, लेकिन अब इनकी मुसीबत बढ़ती जा रही है, जिसका कारण संघ स्वयं है
संघ के हिंदुत्व से भी आगे बढ़ने के ललक ने उसे धरातल से ही तोड़ दिया, वे हिंदुओ के साथ मुस्लिमो को भी अपने साथ लेकर चलने में विश्वाश रखते थे
जैसे अल्लू अर्जुन की एक फिल्म सन ऑफ सत्यमूर्ति में ब्रह्मानंद सोचता है कि वो गांव के दोनो दुश्मनों को अपनी कव्वाली गाकर मना लेगा और बदले में उसे एक गांव फ्री में मिल जायेगी
लेकिन बाद में तलवार उसकी गर्दन को छू जाती है
वैसा ही संघ के साथ हुआ, विशेष तो खैर विशेष ही ठहरे उन्होंने अपने हर हिंसा में RSS को जोड़ दिया, चाहे वो दिल्ली हिंसा, बिहार, बंगाल, रामनवमी हिंसा, सरस्वती पूजा हिंसा हो
मतलब मरे चाहे कोई भी, मारे कोई भी पर नाम RSS का आएगा। ये वहीं RSS है जिसने मुस्लिमो के लिए भी अपने संगठन को खोल रखा है और केरल, कश्मीर और असम के प्राकृतिक संकट में कूद पड़ते है
लेकिन लाभ क्या हुआ? कुछ नही। अब RSS नाम का प्रोपेगैंडा पाकिस्तान भी चलने लगा है, शाहबाज सरकार ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया तो इमरान समर्थकों ने जगह जगह पर हिंसा की
बेशक इमरान के समर्थक अधिक है क्योंकि बहुमत से वे आए थे, लेकिन इसमें RSS को घसीटना समझ से परे था।
RSS अभी भले कितनी भी सेकुलर हो पर हिंदुत्व को आधार उन्होंने ही अभी भी प्रदान कर रखा है। वीएचपी हो या बजरंग दल सब इसी संगठन के बच्चे है और एक आवाज पर सब निकल पड़ेंगे
आपको जानकर हैरानी होगी कि जितना प्रचार भाजपा वाले अपना नही करते उससे अधिक RSS वाले भाजपा का करते है और चुनाव में जितवाने का बहुत बड़ा श्रेय प्राप्त है उन्हे
इसी चक्र को तोड़ने हेतु RSS को हाईलाइट किया जा रहा ताकि दक्षिणपंथियों और राष्ट्रवाद के विरुद्ध जो शक्तियां अलग अलग देशों में लड़ रहीं है उनका ध्यान इनपर आए और इनके विरुद्ध प्रोपेगैंडा फैलाने में उनकी मदद करे
मदद का अर्थ फंड से है, ताकि इस संगठन को बैन किया जा सके
अगर ये संगठन बैन होता है या इस पर दुष्प्रभाव पड़ता है तो हिंदुत्व के विचारधारा को गहरी चोट लगेगी जिसके जख्म कभी भर नही पाएंगे