25/04/2023
इस चित्र को जूम करके देखिए, और बताइए क्या इतनी खुशी बांटने वाली हमारी कठपुतलियां लुप्त होती विधा में गिनी जाने लगी है। कल रायपुर के कांगेर वैली विद्या पीठ पीठ में हमारा पपेट शो था। तस्वीरें तो असंख्य है पर यही मुझे सबसे अच्छी लगी। 99% बच्चों ने पपेट शो पहली बार देखा था। हम कोशिश करते हैं कि मनोरंजन के साथ-साथ हेल्थ एंड हाइजीन, पर्यावरण, रिस्पेक्ट टीचर्स आदि पर बच्चों को जागरूक करते चलें। लेकिन यह एनिमल राइट्स वीक चल रहा था इसलिए हमने सारी कहानियां पालतू एवं जंगली जीव जंतुओं के संरक्षण एवं उनके जीवित और सुरक्षित रहने के अधिकार वाली ही सुनाई और दिखाई। कांगेर वैली विद्या पीठ के शिक्षक भी बहुत ही खुश हुए और हमें बताया कि 50 साल पहले राजस्थान से कुछ पुतली दल आया करते थे। गजानंद यादव, आनंद, लोकेश वर्मा और प्रहलाद कामडे ने हैंड पपेट का उपयोग करके अनेक कहानियां सुनाई वही अनीता उपाध्याय ने अपनी सुमधुर आवाज से लाइव परफॉर्मेंस दिया और अंत में सारे बच्चों को जीव जंतु के संरक्षण संबंधित शपथ दिलवाई। इस शो में हैंड पपेट, रॉड पपेट, एक्सपेरिमेंटल फर पपेट और पारंपरिक राजस्थानी धागा पपेट का उपयोग किया गया था ।