26/01/2022
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोऽहम्।
महामङ्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते।।
अर्थ : हे वात्सल्य से पूर्ण मातृभूमि! हम सभी के सुखों में निरन्तर वृद्धि करने वाली, हे हिन्दभूमि! आपको सदैव नमन है।
हे महामंगलमयी पुण्यभूमि! आपके ही कार्य में मेरा यह शरीर अर्पण हो। आपको बारम्बार नमन है, नमन है।
उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित गणतंत्र दिवस हमें राष्ट्रीय एवम मातृभूमि कर्तव्यों के प्रति जागृत करता है।
आइए, हम सभी 'आत्मनिर्भर भारत' को साकार करने हेतु संकल्पित हों।
देश के गौरव एवं अभिमान के राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
देश के 73 वें गणतन्त्र दिवस पर आएँ इस महान भूमि का हृदय से वंदन करें एवं राष्ट्रहित सङ्कल्पित होवें।
जय मातृभूमि। जय हिन्द, जय भारत