Karoli Tent House

Karoli Tent House 2A17 shiv shakti colony shatri nagar jaipur Shiv Shakti Colony, P&T Qwaters Crical, Shastri Nagar,

28/06/2023

उज्जयिनी नरेश महाराजा चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य
अपने भारत देश में बहुत से राजा-महाराजा हुऐ हैं, जिन्होंने अपने पराक्रम से देश का नाम समुचे विश्व में रोशन किया है। महान राजा अशोक हों या अन्य राजा सभी को लोगों ने बहुत याद किया है। फिर भी, इतिहास में एक ऐसा भी राजा हुआ है जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है, वह राजा थे वीर विक्रमादित्य जो बड़ा बलवान औऱ यश्स्वी था। उन्होंने राजा ने पुरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया था। आईये जानते हैं कि वह कौन थे?
महाराज विक्रमदित्य के बारे में देश को लगभग शून्य बराबर ज्ञान है, जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया था, और स्वर्णिम काल लाया था।
उज्जैन के राजा थे गन्धर्वसैन , जिनके तीन संताने थी , सबसे बड़ी लड़की थी मैनावती , उससे छोटा लड़का भृतहरि और सबसे छोटा वीर विक्रमादित्य… बहन मैनावती की शादी धारानगरी के राजा पदमसैन के साथ कर दी , जिनके एक लड़का हुआ गोपीचन्द , आगे चलकर गोपीचन्द ने श्री ज्वालेन्दर नाथ जी से योग दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए , फिर मैनावती ने भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग दीक्षा ले ली ,
आज ये देश और यहाँ की संस्कृति केवल विक्रमदित्य के कारण अस्तित्व में है अशोक मौर्य ने बोद्ध धर्म अपना लिया था और बोद्ध बनकर 25 साल राज किया था भारत में तब सनातन धर्म लगभग समाप्ति पर आ गया था

रामायण, और महाभारत जैसे ग्रन्थ खो गए थे, महाराज विक्रम ने ही पुनः उनकी खोज करवा कर स्थापित किया विष्णु और शिव जी के मंदिर बनवाये और सनातन धर्म को बचाया विक्रमदित्य के 9 रत्नों में से एक कालिदास ने अभिज्ञान शाकुन्तलम् लिखा, जिसमे भारत का इतिहास है अन्यथा भारत का इतिहास क्या मित्रो हम भगवान् कृष्ण और राम को ही खो चुके थे
हमारे ग्रन्थ ही भारत में खोने के कगार पर आ गए थे, उस समय उज्जैन के राजा भृतहरि ने राज छोड़कर श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से योग की दीक्षा ले ली और तपस्या करने जंगलों में चले गए , राज अपने छोटे भाई विक्रमदित्य को दे दिया , वीर विक्रमादित्य भी श्री गुरू गोरक्ष नाथ जी से गुरू दीक्षा लेकर राजपाट सम्भालने लगे और आज उन्ही के कारण सनातन धर्म बचा हुआ है, हमारी संस्कृति बची हुई है

महाराज विक्रमदित्य ने केवल धर्म ही नही बचाया उन्होंने देश को आर्थिक तौर पर सोने की चिड़िया बनाई, उनके राज को ही भारत का स्वर्णिम राज कहा जाता है विक्रमदित्य के काल में भारत का कपडा, विदेशी व्यपारी सोने के वजन से खरीदते थे भारत में इतना सोना आ गया था की, विक्रमदित्य काल में सोने की सिक्के चलते थे , आप गूगल इमेज कर विक्रमदित्य के सोने के सिक्के देख सकते हैं।

हिन्दू कैलंडर भी विक्रमदित्य का स्थापित किया हुआ है आज जो भी ज्योतिष गणना है जैसे , हिन्दी सम्वंत , वार , तिथीयाँ , राशि , नक्षत्र , गोचर आदि उन्ही की रचना है , वे बहुत ही पराक्रमी , बलशाली और बुद्धिमान राजा थे ।
कई बार तो देवता भी उनसे न्याय करवाने आते थे , विक्रमदित्य के काल में हर नियम धर्मशास्त्र के हिसाब से बने होते थे, न्याय , राज सब धर्मशास्त्र के नियमो पर चलता था विक्रमदित्य का काल राम राज के बाद सर्वश्रेष्ठ माना गया है, जहाँ प्रजा धनि और धर्म पर चलने वाली थी।
Poonam Gupta ji

21/06/2023

आज की ताजा खबर

छह दिन से चल रहा विवाद अब पहुंचा प्रदेश प्रभारी के पास, प्रभारी बोले - मामले में जल्द सीएम से करेंगे मुलाकात

अतिरिक्त आयुक्त ने किया निगम में बड़ा भ्रष्टाचार, गलत साबित हुई तो दे दूंगी इस्तीफा: महापौर मुनेश गुर्जर

जलदाय मंत्री महेश जोशी एक बार फिर पहुंचे धरना स्थल, पार्षदों से की समझाइश, मिला सिर्फ एक जवाब..वर्मा को बर्खास्त करो

जयपुर। नगर निगम हेरिटेज में चल रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मामला अब प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा के पास पहुंच गया है। हालांकि उससे पहले मंत्री महेश जोशी ने ने एकबार फिर धरना स्थल पर पार्षदों के बीच पहुंच समझाइश की, लेकिन महापौर और पार्षद दोनों वर्मा को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े रहे। मामले में कोई ठोस फैसला नहीं होते देख अब महापौर और पार्षदों ने प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा से मिलकर मामले में समाधान करने की मांग की है। रंधावा ने महापौर और अतिरिक्त आयुक्त विवाद में मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया है।

महापौर ने राजेंद्र वर्मा पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

धरना पाॅलिटिक्स के बीच अब महापौर और अतिरिक्त आयुक्त एक- दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगाने में जुट गए है। मंगलवार को जहां राजेंद्र वर्मा ने महापौर पर एसटी- एससी का मामला दर्ज कराने की शिकायत दी है। वहीं बुधवार को महापौर मुनेश गुर्जर ने पलटवार करते हुए अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा को भ्रष्टाचार में लिप्त बता दिया। महापौर ने राजेन्द्र वर्मा के आरोपों के जबाव में बुधवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया और कहा कि निगम में कोई भी फाइल राजेंद्र वर्मा बिना भ्रष्टाचार के इधर से उधर नहीं करते है। सरकार अगर उनके निर्देशन में पास हुई तीन फाइलों की जांच करा लें तों बहुत बड़े भ्रष्टाचार को खुलासा हो सकता है। उन्होनें दावा किया है कि निगम की बाढ़ नियंत्रण, सुलभ शौचालय और अस्थायी बीट की फाइलों में वर्मा ने भ्रष्टाचार किया है। इन फाइलों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए । अगर जांच में सब सही होता है तो वे तुरंत अपना इस्तीफा समिति को सौंप देंगी। जांच में वर्मा की असलियत उच्च अधिकरियों और जनता के सामने आ जाएंगी।

पार्षदों को फंसा रहे झूठे आरोप में

महापौर ने कहा कि राजेन्द्र वर्मा जब से निगम में आएं हैं, अपनी मनमानी कर रहे है। पार्षदों को झूठे आरोप में फंसा कर दबाव बना रहे है। वे अपनी जाति का सहारा लेकर इस भ्रष्टाचार के मुद्दे को दबाना चाहते हैं। जबकि मैं किसी भी व्यक्ति को जातिसूचक शब्द बोल ही नहीं सकती। ना ही हमारा कोई पार्षद इस तरह के शब्दों का प्रयोग करता है। उस दिन भी जब यह पूरा घटनाक्रम हुआ। वहां सिर्फ राजेंद्र वर्मा नहीं बल्कि नगर निगम के दूसरे अधिकारी भी मौजूद थे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जब राजेंद्र वर्मा की असलियत जनता के सामने आने लगी तो उन्होंने आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए अपनी एसोसिएशन और जाति संप्रदाय को बीच में लाने की कोशिश की है। इसलिए मैं उच्च अधिकारियों और उनकी जाति के प्रबुद्धजनों से भी अपील करूंगी कि वह एक बार वर्मा की कारगुजारी को भी जांचें।

जलदाय मंत्री महेश जोशी ने फिर की समझाइश

पिछले छह दिन से चल रहे धरने में मंत्री महेश जोशी एक बार फिर निगम मुख्यालय में चल रहे धरने में पहुंचे। जोशी ने धरना दे रही महापौर मुनेश और अन्य पार्षदों से धरना खत्म करने को लेकर समझाइश भी की। मंत्री जोशी ने कहा कि वे आज सरकार के प्रतिनिधि या फिर मंत्री के तौर पर पार्षदों के बीच नहीं आएं हैं। आम विधायक के तौर पर इन से मिलने आया हैं। मैंने चारों विधायकों से बात की है। हम सब चाहते हैं कि पार्षदों का धरना खत्म हो। इसलिए मैं आज पार्षदों से बातचीत करने आया हूं। ताकि बीच का कोई रास्ता निकले और पार्षदों का यह धरना खत्म हो। क्योंकि इस धरने से जयपुर की जनता को परेशान होना पड़ रहा है। इस पर सभी पार्षदों ने एकजुट और राजेंद्र वर्मा को निलम्बित करने की मांग की।

गोद लो बच्ची के जिक्र से साधा एससी वर्ग को

मुनेश ने कहा कि मैं शुरुआत से ही सभी जातियों को साथ लेकर चल रही हूं। कभी किसी जाति में भेदभाव नहीं करती। यहां तक कि मैंने तो खुद एक एससी वर्ग की बच्ची इशिता जाजोरिया को गोद ले रखा है। मेरा वाल्मीकि समाज से पुराना रिश्ता है। लेकिन न जाने किन लोगों के दबाव में आकर अतिरिक्त आयुक्त अब मुझ पर जातिसूचक जैसे झूठे मुकदमे करवा रहे हैं। जिससे में डरने वाली नहीं हूँ।

वर्जन

भ्रष्टाचार के खिलाफ पहले क्यों चुप रही महापौर

महापौर मुनेश गुर्जर ने अतिरिक्त आयुक्त पर जो आज भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है, वे इतने दिनो से क्यों चुप रही। अब जब अपना कमीशन नहीं मिला तो आरोप लगा रहे है। जनहित में महापौर को इस्तीफा दे देना चाहिए

कुसुम यादव,
पार्षद और महापौर प्रत्याशी भाजपा

21/05/2023
10/05/2023

💵Play Teen Patti and win Real Cash!💵

Address

Shiv Shakti Colony
Jaipur
302016

Telephone

+918890520586

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Karoli Tent House posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share

Category


Other Event Planners in Jaipur

Show All