22/05/2024
पवन सिंह को भाजपा ने अपने पार्टी से निकाल दिया इस खबर को सोशल मीडिया पर कुछ लोग इस तरह से रिएक्ट कर रहे हैं जैसे लग रहा है कि पवन सिंह की लोकप्रियता समाप्त हो गई या फिर किसी पार्टी में रहने के कारण ही पवन सिंह को लोग जानते थे बीजेपी में रहने से पवन सिंह को क्या नफा नुकसान हुआ है यह बात पवन सिंह को काफी करीब से जानने वाले लोग समझते हैं फ्री में भाजपा पवन सिंह से पिछले 10 सालों से प्रचार करवा रही थी बदले में पवन सिंह को विधानसभा विधान परिषद राज्यसभा लोकसभा का लालच दिया जा रहा था भाजपा के अंदर बैठे एक बड़े भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह के किस्मत के साथ बड़ा क्रूर मजाक कर रहे थे ऊपर से तो यह इंसान पवन सिंह का मित्र है पर अंदर से इसने जातीय जहर से भरे हुए अपने मानसिकता के कारण पवन सिंह को पहले आसनसोल से टिकट दिलवाया और फिर जमकर बदनाम करवाया भोजपुरी में कोई ऐसा गायक नहीं है जो लड़की हो या बंगाल की लड़कियों के ऊपर गीत नहीं गया हो श्रृंगार पक्ष इतना प्रबल है कि हर कोई किसी न किसी के बारे में जीत जाता है ऐसे में फिल्मी कलाकारों को तो चुनाव लड़ना नहीं चाहिए अब सीधे पवन सिंह पर आते हैंपवन सिंह काराकाट से चुनाव जीत रहे हैं लिख लीजिए मोहर लगा लीजिए इसलिए नहीं की राजपूत है और राजपूत वोट दे देंगे बल्कि इसलिए की पवन सिंह के कारण काराकाट का नाम आज पूरे देश दुनिया में लोगों के जेहन में है गूगल पर सर्च किया जा रहा है आप और हम अगर लिख भी रहे हैं तो पवन सिंह के कारण बिहार में 40 लोकसभा क्षेत्र हैं सभी क्षेत्र में दर्जनों प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं पर चर्चा में काराकाट क्यों है यह बताने की जरूरत नहीं है। पवन सिंह के चुनाव लड़ने चुनाव जीतने हारने से किसको नफा नुकसान है यह भी लोगों को पता है।