31/10/2024
दिवाली पर घर लौटते हैं,
दुनिया के कोने-कोने के
पूँजीवादी वनवासों से
हम सबके
अपने-अपने राम !!
आखिर
थके पथिक का ये पर्व है !!
ये जानना कितना सुखद है
कि
न्याय स्थापित करने के बाद
थका ईश्वर भी
लौटता अपने घर है !!
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !!
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