22/01/2024
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि नोमि जनक सुतावरं।।
रघुकुलश्रेष्ठ प्रभु श्रीरामलला की पहली पूर्ण तस्वीर हृदय को मोहित एवं उत्साहित कर रही है।
जय श्रीराम